प्राणी अपने मनो-शारीरिक विकास हेतु उत्तरदायी आन्तरिक एवं वाह्य कारकों तथा आनुवंशिकता के कारण किसी व्यक्ति,वस्तु , स्थान से सकारात्मक या नकारात्मक रुप से प्रभावित होकर उस अनुभव के आधार पर अपने वातावरण में / किसी दी गयी परिस्थितियों में समायोजन के क्रम में नवीन अनुभव प्राप्त करता है और व्यवहार करता है।