Mag Phos :- शरीर में कंपन विशेष कर हाथों का काँपना। लेखकों का काँपना । अंगूठा या अंगुलियों का मुट्ठी में बँधना।कड़ेपन के साथ आक्षेपिक सिसकारी भरना। तुतलाना या तुतलाहट। दाँती लगना। हाथ-पैरों का ऐंठना या टेढ़ा होना।धनुष की तरहबिजली जैसा दर्द। पसलियों का स्नायुशूल। मृगी बुरी आदतों से।
Calcaria Phos :- शरीर के विभिन्न अंगों में कहीं भी चींटियों के चलने या कुछ रेंगने की अनुभूति (Creeping & Crawling sensation)। किसी भी बीमारी या बुखार के बाद कमजोरी। ऋतु परिवर्तन के बाद स्नायुशूल।
Kali Phos :- स्नायविक कमजोरी। शरीर में कंपन की अनुभूति या अनैच्छिक गति। चंचलता और हाथ-पैर हिलते रहना। डर विशेषकर चोरों से। बच्चों और विशेषकर बूढों के मूत्राशय का पक्षाघात फलस्वरूप पेशाब की याद नहीं रहना और किसी को पेशाब करते देख कर या पेशाब की याद आते ही या पेशाब का अनुभव होते ही बरदाश्त नहीं होने वाला तीव्र वेग से पेशाब लगना तथा कभी कभी कपड़े में ही पेशाब हो जाना। शीघ्र थक जाना। स्नायविक थकावट। एकाएक, रेंगने की अनुभूति के साथ और गति शक्ति की कमी के साथ पक्षाघात। स्पर्श शक्ति का नष्ट होना। अंगों के सूखने के साथ या दुर्बलता कारक पक्षाघात। आंशिक या मुख्य रूप से चेहरे का पक्षाघात। बच्चों का पक्षाघात। रात्रि कालीन भय मुख्यतः बच्चों का।मृगी एकाएक उत्तेजना या डर से।
Natrum Phos :- कृमि के कारण ऐंचाताना। चेहरे के पेशियों का फड़कना। पक्षाघात की तरह अनियंत्रित चाल।
Ferrum Phos :- रक्त संचय के कारण स्नायुशूल या प्रादाहिक स्नायुशूल। प्रादाहिक स्नायुशूल या उसके साथ पक्षाघात। रात्रिकालीन स्नायविकता।
Natrum Sulph :- कब्ज या मलावरोध के साथ नर्तन रोग (Choria)।
Calcaria Sulph :- मलद्वार का प्रादाहिक स्नायुशूल।
Natrum Mure :- सूनेपन की अनुभूति। मृगी जनित कमजोरी।
Silicia :- साधारण कारणों से भी आक्षेप। आक्षेप पेट से शुरू होना। नर्तन (Choria) कृमि के कारण। पक्षाघात क्षयरोग के कारण। शीतल वायु बर्दास्त नहीं। प्रादाहिक। हठी। मृगी का आक्रमण रात में Kali Phos के समान।
Kali Mure :-
Kali Sulph :-
Calcaria Flour :-
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