मन:स्थिति (Mental symptoms/condition) :-लोगों की अनुपस्थिति या किसी से बातचीत / वार्तालाप नहीं होने की स्थिति में भी अपने आप लगातार बुदबुदाना या बोलते रहना। परिवर्तनशील स्वभाव के साथ विलाप करना। वस्तुओं को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना। सूतिकोन्माद की स्थिति में रोटी हरा दिखाई देना।
हिचकी भरना ( जिनसेंग या नक्स वोमिका की तरह)। सम्वेदना सम्बन्धी भ्रम एवं विभ्रम।
आँख (Eye) :- आँखों की पुतलियाँ संकुचित एवं पलकें सिकुड़ी हुई। आँखों के सामने रंग दिखाई पड़ना। रंगों की अस्वाभाविक अनुभूति। आँखों में खुजली। प्रकाश सहन नहीं होना।आँखों में ऐंठन वाला ऐंचाताना। कनीनिका पर काला दाग। पलकों का स्नायुशूल या गिरना दाहिनी तरफ अधिक।गर्मी से आराम।
कान ( Ear) :- कर्ण नली में तीव्र स्नायविक शूल, भीतरी शिराओं की गड़बड़ी से बहरापन, स्नायुओं की गड़बड़ी से श्रवण शक्ति बहुत मन्द।
मुँह (Mouth) :- मुख के कोनों की फड़कन या आक्षेप। जबड़ा बैठना (Lock Jaw)। दाँती लगना।
गर्भावस्था एवं प्रसव (Pregnancy & Labour) :- ऐंठन युक्त प्रसव वेदना। प्रसव वेदना हेतु अत्यधिक प्रयत्न करना पड़ रहा हो। प्रसवोपरांत वेदना Kali Phos के समान। सौरी या प्रसूतिका ज्वर में सूतिकाक्षेप। प्रसूता के पैरों में ऐंठन।
ज्वर (Fever) :- आंत्रिक (Abdominal) ऐंठन के साथ ज्वर। पीठ के ऊपर से नीचे की ओर दौड़ती हुई ठंडक के साथ ज्वर या बुखार।
मूत्र सम्बन्धी रोग ( Disease of urine) :- मूत्राशय का स्नायुशूल। मूत्र में दर्दनाक वेग और/ या ऐंठन के कारण थकावट। मूत्र नली का आक्षेप।
पुरुष जनेन्द्रिय (Male Sex Organe) :- गर्मी पसन्द प्रायः सभी प्रकार के कष्ट में।
पाकाशय या आमाशय (Stomach) के विकार :- भोजन में अम्लीय खाद्य सहन नहीं होना।भोजन के बाद आमाशय से खाद्य मुँह में आना।डकार से जलन।दाहिनी तरफ डकार से आराम नहीं मिलना। आमाशय में सूजन, ऐंठन या दबाव महसूस करना। मन्दाग्नि आक्षेप वाली और कै या वमन।चीनी या गुड़ की इच्छा।
स्नायविक लक्षण (Neuralagic Symptoms) :- शरीर में कंपन विशेष कर हाथों का काँपना। लेखकों का काँपना । अंगूठा या अंगुलियों का मुट्ठी में बँधना।कड़ेपन के साथ आक्षेपिक सिसकारी भरना। तुतलाना या तुतलाहट। दाँती लगना। हाथ-पैरों का ऐंठना या टेढ़ा होना।धनुष की तरहबिजली जैसा दर्द। पसलियों का स्नायुशूल। मृगी बुरी आदतों से।
रक्त संचालन यन्त्र (Circulatory System) :- स्नायविक धड़कन एवं आक्षेप।
निद्रा एवं स्वप्न (Sleeping & Dream) :- थकावट से अनिद्रा। अनिद्रा से आक्षेप वाली जम्हाई।
जिह्वा एवं स्वाद (Tongue & Taste) :- सूखी या चमकीली लाल जिह्वा, मानोे जल गयी हो।
सिर, मष्तिष्क एवं खोपड़ी (Head, Brain & Skull) :-
नाक (Nose) :-
गले एवं चेहरे (Throat & Face) :-
दाँतों एवं मसूड़ों (Teeth & Gums) :-
श्वसन यन्त्र (Respiratory System) :-छाती में संकुचन का अनुभव। पेट में कष्टदायक वायु से दमा। स्नायविक दमा। आक्षेप पैदा करने वाली या स्नायविक खाँसी। स्वर का एकाएक कर्कश हो जाना।
उदर या तलपेट तथा मल (Abdomen & Stool) :-
त्वचा (Skin) :-
तन्तु (Tissues) :-
स्त्री जनेन्द्रिय (Female Sex Organ) :-
ह्वास-वृद्धि (Amelioration- Aggravation) :-
वृद्धि :- वायु से Kali Phos के समान तथा ठंडक से Silicia एवं Calcaria Phos के समान कष्ट बढ़ता है।
ह्वास :- सेंकने, दबाने,रगड़ने तथा दोहरा हो जाने से कष्ट घटता है।
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