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A – Aconitum Napellus (एकोनाइट)
मूल: पौधजन्य (Monkshood)
चरित्रगत: तीव्र आरंभ, भय और बेचैनी, अत्यंत तीव्र ज्वर।
अकाट्य लक्षण: अचानक भय के साथ बीमारी की शुरुआत, ठंडी हवा से खराबी।
सहवर्ती: बेचैनी, मृत्यु भय, सूखी त्वचा, प्यास अधिक।
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B – Belladonna (बेलाडोना)
मूल: पौधजन्य (Deadly Nightshade)
चरित्रगत: तीव्र लक्षण, रक्त संचार में तेजी, लाल चेहरा, चमकीली आँखें।
अकाट्य लक्षण: अचानक जलनयुक्त ज्वर, स्पर्श से अत्यधिक संवेदनशीलता।
सहवर्ती: पुतलियों का फैल जाना, घबराहट, भ्रम।
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C – Calcarea Carbonica (कैलकेरिया कार्ब.)
मूल: खनिज (ऑयस्टर शेल)
चरित्रगत: मोटा, ठंड सहन न कर सकने वाला, धीमा विकास, पसीना अधिक।
अकाट्य लक्षण: सिर पर पसीना, हड्डियों का कमजोर होना।
सहवर्ती: कब्ज, डर, चिंता, परिश्रम से थकावट।
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D – Drosera Rotundifolia (ड्रोसेरा)
मूल: पौधजन्य (संड्यू पौधा)
चरित्रगत: ऐंठनयुक्त खांसी, विशेषकर रात में।
अकाट्य लक्षण: खाँसी इतनी तेज़ कि उल्टी हो जाए।
सहवर्ती: आवाज बैठ जाना, गले में खराश, छाती में जकड़न।
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E – Eupatorium Perfoliatum (यूपेटोरियम)
मूल: पौधजन्य (Boneset)
चरित्रगत: हड्डियों में दर्द के साथ ज्वर।
अकाट्य लक्षण: "हड्डियाँ टूट रही हैं" ऐसा दर्द।
सहवर्ती: प्यास, कंपकंपी, सिरदर्द।
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F – Ferrum Phosphoricum (फेरम फॉस.)
मूल: खनिज (लौह और फॉस्फोरस)
चरित्रगत: ज्वर का प्रारंभिक चरण, रक्तस्राव की प्रवृत्ति।
अकाट्य लक्षण: बिना स्पष्ट लक्षण के धीरे-धीरे बढ़ता ज्वर।
सहवर्ती: नाक से रक्तस्राव, दुर्बलता।
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G – Gelsemium Sempervirens (जेल्सीमियम)
मूल: पौधजन्य (Yellow Jasmine)
चरित्रगत: कमजोरी, कंपकंपी, उत्साहहीनता।
अकाट्य लक्षण: कमजोरी के साथ ज्वर, डर का प्रभाव।
सहवर्ती: आँखों की पलकों में भारीपन, सिरदर्द।
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H – Hepar Sulphuris (हीपर सल्फ.)
मूल: खनिज (सल्फर और लाइम)
चरित्रगत: पूययुक्त संक्रमण, अत्यधिक संवेदनशीलता।
अकाट्य लक्षण: ठंडी हवा से खराबी, पूयस्रावी अवस्था।
सहवर्ती: चिड़चिड़ापन, छोटे फोड़े, स्पर्श न सह पाना।
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I – Ignatia Amara (इग्नेशिया)
मूल: पौधजन्य (St. Ignatius bean)
चरित्रगत: मानसिक आघात, ग़म, भावनात्मक असंतुलन।
अकाट्य लक्षण: बार-बार आह भरना, गले में गाँठ जैसा महसूस होना।
सहवर्ती: उलझन, रोने की प्रवृत्ति, विरोधाभासी लक्षण।
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J – Justicia Adhatoda (जस्टिसिया)
मूल: पौधजन्य (वासाका)
चरित्रगत: श्वसन रोग, विशेषकर खांसी और सर्दी।
अकाट्य लक्षण: बार-बार छींकें, नाक बंद, गाढ़ा बलगम।
सहवर्ती: सीने में जकड़न, सांस की तकलीफ।
K – Kali Bichromicum (काली बायक्रोमिकल)
मूल: खनिज (पोटाशियम बायक्रोमेट)
चरित्रगत: चिपचिपा, धागेदार स्राव, साइनस रोग।
अकाट्य लक्षण: नाक से पीला-चिपचिपा धागेदार स्राव।
सहवर्ती: सिर दर्द जो बिंदु विशेष पर केंद्रित हो, खांसी के साथ बलगम थूकना।
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L – Lachesis Mutus (लैकेसिस)
मूल: पशुजन्य (बुशमास्टर साँप का विष)
चरित्रगत: बातूनी, गर्मी से खराबी, गर्दन की संवेदनशीलता।
अकाट्य लक्षण: गले में कुछ भी छूना सहन नहीं, नींद से उठते ही लक्षण खराब।
सहवर्ती: रजोनिवृत्ति के लक्षण, जलन, असहिष्णुता।
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M – Mercurius Solubilis (मरक्यूरियस)मूल: खनिज (पारा यौगिक)
चरित्रगत: गंधयुक्त पसीना, ग्रंथि विकार, दोहरा प्रभाव (ठंडा-गर्म)।
अकाट्य लक्षण: थूक का अधिक प्रवाह, जीभ पर सफेद मोटी परत।
सहवर्ती: मुंह की दुर्गंध, कंपकंपी के साथ ज्वर, पीबयुक्त संक्रमण।
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N – Natrum Muriaticum (नैट्रम म्यूर.)
मूल: खनिज (सामान्य नमक)
चरित्रगत: अकेलापन प्रिय, पुराने मानसिक आघात, रोना नहीं चाहना।
अकाट्य लक्षण: होठों के किनारे फटना, धूप से सिरदर्द।
सहवर्ती: कब्ज, चुपचाप दुख सहना, नमकीन भोजन की लालसा।
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O – Opium (ओपियम)
मूल: पौधजन्य (अफीम)
चरित्रगत: निष्क्रियता, दर्द की अनुपस्थिति, अचेतनता।
अकाट्य लक्षण: गहन नींद जिसमें जगाना कठिन, हाजमे की रुकावट।
सहवर्ती: सदमे के बाद बेहोशी, अपच, बिस्तर पर पेशाब।
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P – Phosphorus (फॉस्फोरस)
मूल: खनिज (फॉस्फोरस तत्व)
चरित्रगत: उत्साही, सहृदय, संवेदनशील, रक्तस्राव की प्रवृत्ति।
अकाट्य लक्षण: जरा-सी चोट से भी खून बहना, गले में जलन।
सहवर्ती: ठंडा पानी पीने की इच्छा, कंठ ज्वर, थकावट।
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Q – Quassia Amara (क्वासिया)
मूल: पौधजन्य (Quassia वृक्ष)
चरित्रगत: अपच, कृमि रोग।
अकाट्य लक्षण: भूख नहीं लगना, अम्लीय डकारें।
सहवर्ती: हल्की खट्टी उल्टी, पेट में गैस।
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R – Rhus Toxicodendron (रस टॉक्स)
मूल: पौधजन्य (Posion Ivy)
चरित्रगत: गति से आराम, विश्राम से खराबी।
अकाट्य लक्षण: जोड़ों में अकड़न जो चलने से ठीक हो, फफोलेदार त्वचा रोग।
सहवर्ती: कंपकंपी के साथ ज्वर, रात में बेचैनी।
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S – Sulphur (सल्फर)
मूल: खनिज (गंधक)
चरित्रगत: आलसी, गंदगी में रहना पसंद, बौद्धिक अभिमान।
अकाट्य लक्षण: सुबह 5 बजे दस्त, त्वचा पर खुजली जो गरम पानी से बढ़े।
सहवर्ती: जलन, पसीना, उष्मा से असहनीयता।
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T – Thuja Occidentalis (थूजा)
मूल: पौधजन्य (Arbor Vitae वृक्ष)
चरित्रगत: मस्से, गुप्त रोग, अस्वीकृति का भाव।
अकाट्य लक्षण: त्वचा पर मस्से, यौन रोगों का इतिहास।
सहवर्ती: पेशाब की धारा टूटी-फूटी, भावना दबाने की प्रवृत्ति।
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U – Urtica Urens (उर्टिका)
मूल: पौधजन्य (Stinging Nettle)
चरित्रगत: त्वचा पर चकत्ते, एलर्जी, दुद्ध कमी।
अकाट्य लक्षण: जलनयुक्त पित्ती, दुद्ध आना रुक जाना।
सहवर्ती: खुजली, जलन, डंक जैसा दर्द।
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V – Veratrum Album (वेराट्रम)
मूल: पौधजन्य (White Hellebore)
चरित्रगत: अत्यधिक पसीना, ठंड, उल्टी-डायरिया।
अकाट्य लक्षण: ठंडी पसीने के साथ पतली दस्त, बेहोशी।
सहवर्ती: कमजोरी, झटका, बेचैनी।
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W – Wyethia (वाइथिया)
मूल: पौधजन्य
चरित्रगत: गले में खुजली, छाले, पित्ती।
अकाट्य लक्षण: तालू में खुजली, खांसी में आराम नहीं।
सहवर्ती: शुष्कता, आवाज बैठ जाना।
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X – Xanthoxylum (जैंथोजाइलम)
मूल: पौधजन्य
चरित्रगत: तंत्रिका संबंधी दर्द, मासिक धर्म की शिकायतें।
अकाट्य लक्षण: पीठ और जांघों में तंत्रिका पीड़ा, मासिक का दर्द।
सहवर्ती: मासिक तेज और दर्दयुक्त, चिड़चिड़ापन।
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Y – Yucca Filamentosa (युका)
मूल: पौधजन्य (Yucca वृक्ष)
चरित्रगत: पाचन समस्या, मुंह की बदबू।
अकाट्य लक्षण: मुंह से दुर्गंध, अम्लीय डकारें।
सहवर्ती: थकावट, चिड़चिड़ापन, पेट फूलना।
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Z – Zincum Metallicum (जिन्कम मेट.)
मूल: खनिज (जिंक)
चरित्रगत: स्नायविक उत्तेजना, पैर हिलाना, थकावट के बावजूद नींद नहीं।
अकाट्य लक्षण: लगातार पैर हिलाना, मानसिक थकावट।
सहवर्ती: अनिद्रा, सिर में भारीपन, ध्यान में कठिनाई।
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