शनिवार, 2 अगस्त 2025

Shailaj siddhant

"किन्हीं दो या दो से अधिक कणों या पिंडों में से एक कण या पिंड की अपेक्षा दूसरे कण या पिंड मेंं कम या अधिक गतिमानता की स्थिति रहने या पैदा होने पर स्थिर और / या गतिमान कण या पिंड अपनी-अपनी गुणवाचकता एवं वस्तुवाचकता और / या अपने-अपने घनत्व, गुरुत्व, विस्तार और / या गति प्रभाव के कारण एक दूसरे को प्रभावित करते हैं, जिसका प्रभाव उस वातावरण में गौण (सूक्ष्म) या प्रत्यक्ष (स्थूल) रूप में दृष्टि गोचर होता है।"

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