Prof. Awadhesh kumar Shailaj (kavi, Homoeopath, Psychologist)
गुरुवार, 19 अगस्त 2021
शैलज दोहावली भाग ५ (दोहा संख्या १९३ से २४० तक) सम्प्रति प्रकाशन की प्रक्रिया में है। आज का दोहा संख्या.........वाँ है।)
पद मद अहं सौन्दर्य बल,
निज देह ज्ञान बल यार।
कोटि जतन संग जात नहीं,
शैलज राज श्री सुख सार।......।।
डॉ० प्रो० अवधेश कुमार शैलज,
पचम्बा, बेगूसराय।
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