Prof. Awadhesh kumar Shailaj (kavi, Homoeopath, Psychologist)
गुरुवार, 7 मार्च 2024
दोहा
काम, क्रोध, मद, लोभ में,
शैलज भूला सत् राह।
चला रौंदने जगत को,
रहित हर्ष परवाह।।
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
मोबाइल वर्शन देखें
सदस्यता लें
संदेश (Atom)