मंगलवार, 23 दिसंबर 2025

ट्रस्ट डीड Draft

ठीक है 👍
अब मैं आपको एक बाइलिंगुअल (हिन्दी + English) ट्रस्ट डीड Draft दे रहा हूँ।
इसे आप सीधे नॉन-ज्यूडिशियल स्टाम्प पेपर पर लिखकर/टाइप करके Sub-Registrar Office में रजिस्टर्ड करा सकते हैं।
📜 Trust Deed (ट्रस्ट डीड) – Bilingual Draft
TRUST DEED (ट्रस्ट डीड)
This Deed of Trust is executed on this ___ day of ___ (Month), ___ (Year).
यह ट्रस्ट डीड आज दिनांक ___ माह ___ वर्ष ___ को बनाई जा रही है।
1. Settlor (संस्थापक)
I, Shri/Smt. __________, son/daughter of __________, resident of __________ (full address), hereinafter called the "Settlor".
मैं, श्री/श्रीमती __________, पुत्र/पुत्री __________, निवासी __________ (पूरा पता), जिसे आगे “संस्थापक” कहा जाएगा।
2. Name of the Trust (ट्रस्ट का नाम)
The name of this Trust shall be:
इस ट्रस्ट का नाम होगा:
“__________ Charitable Trust”
“__________ चैरिटेबल ट्रस्ट”
3. Registered Office (पंजीकृत कार्यालय)
The registered office of the Trust shall be situated at: __________ (Address).
ट्रस्ट का पंजीकृत कार्यालय __________ (पूरा पता) पर होगा।
4. Objects of the Trust (ट्रस्ट के उद्देश्य)
The objects of the Trust are as follows:
ट्रस्ट के उद्देश्य निम्नलिखित होंगे:
To provide free/affordable education to poor and needy children.
गरीब और जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क/सस्ती शिक्षा उपलब्ध कराना।
To establish hospitals, dispensaries and provide medical relief.
अस्पताल, औषधालय स्थापित करना तथा चिकित्सीय सहायता देना।
To promote religious, cultural and social welfare activities.
धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण कार्य करना।
To establish orphanages, old age homes and women empowerment centers.
अनाथालय, वृद्धाश्रम तथा महिला सशक्तिकरण केंद्र स्थापित करना।
To provide relief during natural calamities and disasters.
प्राकृतिक आपदाओं एवं विपत्तियों में राहत कार्य करना।
5. Trust Property (ट्रस्ट की संपत्ति)
The Settlor hereby settles a sum of Rs. __________ (Rupees __________ only) as the initial property of the Trust.
संस्थापक इस ट्रस्ट की स्थापना हेतु ₹__________ (रुपये __________ मात्र) प्रारंभिक संपत्ति के रूप में समर्पित करता/करती है।
6. Trustees (ट्रस्टी)
The first Trustees of the Trust shall be:
इस ट्रस्ट के प्रथम ट्रस्टी होंगे:
Shri/Smt. __________ (Address)
Shri/Smt. __________ (Address)
Shri/Smt. __________ (Address)
Among them, Shri/Smt. __________ shall act as the Managing Trustee/Chairman.
इनमें से श्री/श्रीमती __________ प्रबंध न्यासी/अध्यक्ष होंगे।
7. Powers and Duties of Trustees (ट्रस्टी के अधिकार और कर्तव्य)
To manage and utilize the Trust property only for the objects of the Trust.
ट्रस्ट की संपत्ति का उपयोग केवल ट्रस्ट के उद्देश्यों हेतु करना।
To open bank accounts, accept donations and spend funds for trust activities.
बैंक खाता खोलना, दान स्वीकार करना तथा ट्रस्ट कार्यों हेतु धन का व्यय करना।
No Trustee shall take any personal benefit out of the Trust.
कोई भी ट्रस्टी ट्रस्ट से व्यक्तिगत लाभ नहीं लेगा।
Decisions shall be taken by majority in Trustee meetings.
निर्णय ट्रस्टी बैठकों में बहुमत से लिए जाएँगे।
8. Meetings (बैठकें)
The Trust shall hold meetings at least twice in a year.
ट्रस्ट की बैठकें वर्ष में कम से कम दो बार होंगी।
Minutes of every meeting shall be recorded in the Minutes Book.
प्रत्येक बैठक का विवरण मिनट्स बुक में दर्ज किया जाएगा।
9. Duration of the Trust (ट्रस्ट की अवधि)
The Trust shall be perpetual.
यह ट्रस्ट स्थायी (Perpetual) होगा।
10. Registration (पंजीकरण)
This Trust Deed shall be registered under the provisions of the Indian Trusts Act, 1882.
यह ट्रस्ट डीड भारतीय ट्रस्ट अधिनियम 1882 के प्रावधानों के अंतर्गत पंजीकृत की जाएगी।
Signatures (हस्ताक्षर)
Settlor (संस्थापक):
Name: __________
Signature: __________
Trustees (न्यासियों):
Name: __________, Signature: __________
Name: __________, Signature: __________
Name: __________, Signature: __________
Witnesses (गवाह):
Name: __________, Address: __________, Signature: __________
Name: __________, Address: __________, Signature: __________
✅ इस नमूने को आप अपनी आवश्यकता अनुसार संशोधित कर सकते हैं।
✅ इसे नॉन-ज्यूडिशियल स्टाम्प पेपर (100/200 रुपये, राज्य अनुसार) पर लिखवाना है।
✅ पंजीकरण के बाद ट्रस्ट को कानूनी मान्यता मिल जाएगी।
क्या आप चाहेंगे कि मैं आपको Public Trust और Private Trust Deed के बीच का फर्क भी स्पष्ट कर दूँ, ताकि आप अपनी ज़रूरत के अनुसार सही Draft चुन सकें?

बहुत अच्छा 👍
अब मैं आपको एक ✅ Practical Checklist दे रहा हूँ, जिसके आधार पर आप आसानी से Public Charitable Trust का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
📋 Public Trust Registration – Practical Checklist (भारत)
1. ट्रस्ट का नाम चुनें
नाम यूनिक होना चाहिए।
किसी अन्य रजिस्टर्ड NGO/Trust/Society से न मिलता-जुलता हो।
2. ट्रस्ट के सदस्य तय करें
Settlor (संस्थापक) – 1 व्यक्ति (कम से कम 1 जरूरी)।
Trustees (न्यासी) – कम से कम 2 व्यक्ति।
आम तौर पर 3–5 सदस्य होते हैं।
3. ट्रस्ट डीड (Trust Deed) तैयार करें
नॉन-ज्यूडिशियल स्टाम्प पेपर पर (₹100 / ₹200 – राज्य के अनुसार)।
इसमें शामिल होना चाहिए:
ट्रस्ट का नाम और पता
उद्देश्य (Objects of Trust)
प्रारंभिक पूँजी/संपत्ति (₹1000 या ज़मीन/भवन)
ट्रस्टियों के नाम, पते और अधिकार
बैंक खाता संचालन का नियम
ट्रस्ट का कार्यकाल (Perpetual)
4. दस्तावेज़ (Documents Required)
ट्रस्ट डीड – 2 कॉपी
Settlor और Trustees के पहचान-पत्र (Aadhar / PAN / Voter ID)
पासपोर्ट साइज फोटो (सभी Trustees)
Address Proof of Office (बिजली बिल/किरायानामा/नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट)
गवाह (Witnesses) – 2 व्यक्ति (ID Proof सहित)
5. पंजीकरण प्रक्रिया (Registration Process)
सभी Trustees और Settlor Sub-Registrar Office / Charity Commissioner Office जाएँ।
ट्रस्ट डीड को पंजीकृत कराएँ।
रजिस्ट्री फीस राज्य अनुसार (आम तौर पर ₹1100 – ₹2000 के बीच)।
पंजीकरण के बाद आपको Certified Copy of Trust Deed मिलेगी।
6. PAN और बैंक खाता खोलना
रजिस्टर्ड ट्रस्ट के नाम पर PAN Card बनवाएँ।
PAN के आधार पर बैंक में Current/Savings Account खोलें।
7. अतिरिक्त रजिस्ट्रेशन (जरूरत अनुसार)
12A Registration (Income Tax Act) → ताकि ट्रस्ट की आमदनी पर टैक्स न लगे।
80G Registration → ताकि दान देने वाले को टैक्स छूट मिले।
NGO Darpan (NITI Aayog) → सरकारी योजनाओं से जुड़ने के लिए।
FCRA (Foreign Contribution Regulation Act) → विदेश से चंदा लेने के लिए।
✅ Ready-to-Use Checklist (Short Form)
[ ] ट्रस्ट का नाम तय करें
[ ] Settlor + कम से कम 2 Trustees चुनें
[ ] ट्रस्ट डीड तैयार करें
[ ] स्टाम्प पेपर पर लिखवाएँ
[ ] ID Proof, Address Proof, Photos इकट्ठा करें
[ ] Sub-Registrar Office/Charity Commissioner Office में पंजीकरण कराएँ
[ ] Certified Copy प्राप्त करें
[ ] PAN बनवाएँ
[ ] बैंक खाता खोलें
[ ] (जरूरत हो तो) 12A, 80G, NGO Darpan, FCRA Registration कराएँ
👉 इस Checklist से आपका ट्रस्ट पूरी तरह से कानूनी और कार्यशील हो जाएगा।
क्या आप चाहेंगे कि मैं आपके लिए एक Step-by-Step Timeframe (लगभग कितने दिन में कौन सा काम पूरा होता है) भी बता दूँ, ताकि आपको समय का अंदाज़ा हो जाए?
बहुत अच्छा 👍
अब मैं आपको भारत में ट्रस्ट (Trust) बनाने की प्रक्रिया – Step by Step विस्तार से बताता हूँ।
🏛 भारत में ट्रस्ट बनाने की प्रक्रिया
1. ट्रस्ट का उद्देश्य तय करें
सबसे पहले यह निश्चित करें कि ट्रस्ट का लक्ष्य क्या है:
धार्मिक कार्य (मंदिर, पूजा-पाठ)
शैक्षिक कार्य (स्कूल, कॉलेज, लाइब्रेरी)
चिकित्सीय कार्य (अस्पताल, क्लिनिक)
समाजसेवा (अनाथालय, वृद्धाश्रम, जल-व्यवस्था आदि)
यह Public Trust या Private Trust हो सकता है।
2. ट्रस्टी और सेटलर का चुनाव करें
Settlor (संस्थापक) – जो ट्रस्ट की शुरुआत करता है।
Trustees (संचालक) – कम से कम 2–3 लोग होते हैं, जो ट्रस्ट को चलाते हैं।
Beneficiaries (लाभार्थी) – जिनके लिए ट्रस्ट बनाया जा रहा है।
3. ट्रस्ट डीड (Trust Deed) तैयार करें
यह ट्रस्ट का संविधान (Rules & Regulations) होता है। इसमें शामिल होते हैं:
ट्रस्ट का नाम व पता
उद्देश्य (Objects of Trust)
ट्रस्ट की संपत्ति या शुरुआती धनराशि (जैसे ₹1000, जमीन आदि)
Trustees के नाम, पते, अधिकार और कर्तव्य
Trustees की नियुक्ति और हटाने का तरीका
बैंक अकाउंट और वित्तीय नियम
ट्रस्ट का कार्यकाल (आम तौर पर “perpetual” यानी स्थायी)
👉 ट्रस्ट डीड को न्यायिक स्टाम्प पेपर (Non-Judicial Stamp Paper) पर तैयार करना होता है। (स्टाम्प ड्यूटी राज्य के अनुसार बदलती है)।
4. पंजीकरण (Registration)
स्थानीय Sub-Registrar Office या Charity Commissioner के यहाँ पंजीकरण कराना होता है।
आवश्यक दस्तावेज़:
ट्रस्ट डीड (2 प्रतियाँ)
Trustees और Settlor की फोटो व पहचान-पत्र (Aadhar, PAN आदि)
पते का प्रमाण (Address Proof)
पासपोर्ट साइज फोटो
साक्षी (Witnesses)
👉 रजिस्ट्री के बाद आपको पंजीकृत ट्रस्ट डीड की प्रति मिलती है।
5. PAN और बैंक अकाउंट
ट्रस्ट का Permanent Account Number (PAN) लेना जरूरी है।
इसके आधार पर बैंक में Savings/Current Account खुलवाया जाता है।
6. अन्य पंजीकरण (जरूरत अनुसार)
12A और 80G पंजीकरण (Income Tax Act के तहत) – ताकि दान पर टैक्स में छूट मिले।
FCRA Registration – अगर विदेश से चंदा लेना है।
NGO Darpan Registration (NITI Aayog) – सरकारी योजनाओं से जुड़ने के लिए।
7. ट्रस्ट का संचालन
Trustees मिलकर बैठकों में निर्णय लेते हैं।
सालाना खाते और रिपोर्ट बनती हैं।
कार्य पारदर्शी होना चाहिए।
📌 संक्षेप में
ट्रस्ट बनाने की प्रक्रिया:
उद्देश्य तय करें → Trustees चुनें → Trust Deed बनाएँ → Sub-Registrar से पंजीकरण कराएँ → PAN और बैंक अकाउंट खोलें → (जरूरत हो तो 12A/80G/FCRA रजिस्ट्रेशन कराएँ)।
क्या आप चाहेंगे कि मैं आपको एक सरल Trust Deed का नमूना (Draft) भी बनाकर दूँ, ताकि आपको practically समझ आ सके?
आपका प्रश्न बहुत सामान्य है – “ट्रस्ट के बारे में बतावें।”
ट्रस्ट (Trust) शब्द का अलग-अलग सन्दर्भों में अलग अर्थ होता है। मैं आपको मुख्य तीन सन्दर्भों में समझाता हूँ:
1. सामान्य अर्थ (व्यक्तिगत/सामाजिक)
विश्वास (Faith/Confidence) के अर्थ में ट्रस्ट का मतलब है – किसी व्यक्ति, संस्था या वस्तु पर भरोसा करना।
उदाहरण: "मुझे उस डॉक्टर पर पूरा ट्रस्ट है।"
यह मानवीय संबंधों की आधारशिला है।
2. कानूनी/संस्थागत अर्थ
ट्रस्ट (Trust) एक कानूनी इकाई (Legal Entity) होती है, जिसे समाज, धर्म, शिक्षा, चिकित्सा या जनकल्याण के कार्यों हेतु बनाया जाता है।
भारत में “Indian Trusts Act, 1882” और राज्यों के Public Trust Act इसके लिए लागू होते हैं।
इसमें Founder (Settlor) कुछ धन या संपत्ति “Trustee” को सौंपता है, ताकि वह उसे नियमानुसार “Beneficiaries” के हित में उपयोग करे।
मुख्य घटक:
Author/Settlor – जो ट्रस्ट बनाता है।
Trustee – जो ट्रस्ट को चलाता/संभालता है।
Beneficiaries – जिन्हें ट्रस्ट से लाभ मिलता है।
Trust Deed – लिखित दस्तावेज़ जिसमें उद्देश्य, नियम और अधिकार तय रहते हैं।
प्रकार:
Private Trust – परिवार या निजी लाभ के लिए।
Public Trust – धर्मार्थ, शैक्षिक, चिकित्सीय, सामाजिक कार्यों हेतु।
3. आर्थिक/प्रबंधकीय अर्थ
“ट्रस्ट” कभी-कभी बिज़नेस संगठन के रूप में भी प्रयोग होता है, जहाँ किसी संस्था को संपत्ति या धन के प्रबंधन हेतु रखा जाता है।
बैंकिंग और निवेश में Trust Funds बनाए जाते हैं।
✅ सरल उदाहरण –
मान लीजिए कोई व्यक्ति चाहता है कि उसकी जमीन या धन गाँव में स्कूल, अस्पताल या मंदिर बनाने में ही काम आए, तो वह एक Public Trust बनाकर उसकी जिम्मेदारी “Trustees” को दे देता है। इसके बाद वह संपत्ति व्यक्तिगत उपयोग में नहीं लाई जा सकती, बल्कि केवल ट्रस्ट के उद्देश्य हेतु प्रयोग होगी।
क्या आप चाहते हैं कि मैं आपको भारत में ट्रस्ट बनाने की प्रक्रिया (Step by Step) भी समझाऊँ – जैसे Registration, Trust Deed, PAN, Bank Account आदि?


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