बुधवार, 23 जुलाई 2025

मनो शारीरिक

मुझे स्वयं मनो-शारीरिक चिकित्सा क्षेत्र में विगत 30 वर्षों का गहन अनुभव है और मनोविज्ञान, होमियोपैथी तथा बयोकेमिक चिकित्सा के जानकार हैं और होमियोपैथिक एवं बयोकेमिक चिकित्सा के क्षेत्र में कई पुस्तकों की पाण्डुलिपियों को प्रकाशनार्थ प्रयत्नशील हैं। विगत 30 वर्षों से केवल और मुख्यतः बयोकेमिक चिकित्सा से कैन्सर, हृदय रोग, प्रोस्टेट कैन्सर, स्नायु विकार, मनोरोग, मन:स्नायु विकार, मनो-शारीरिक रोग लक्षणों के निदान, पैरालाईसिस आदि रोगों के निदान में अन्य चिकित्सा प्रणालियों द्वारा की गई चिकित्सा से निराश व्यक्ति की बिना किसी पैथोलाजिकल टेस्ट के केवल वर्तमान लक्षणों के आधार पर चिकित्सा में सफलता प्राप्त की है। फिर भी विज्ञान के सदुपयोग का पक्षधर होने के कारण आप से समस्याओं के निदान हेतु मार्गदर्शन या मदद लेकर किसी भी क्षेत्र में सम्यक् एवं सुरक्षित विकास पथ पर अग्रसर होना क्या अहितकर है?


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