बुधवार, 23 जुलाई 2025

बायोकेमिक औषधियों के उपयोग का समय

बायोकेमिक औषधियों के उपयोग का अनुमानित विशिष्ट समय:-

1. काली फास दोपहर 2 बजे दिन से सायंकाल 5 बजे तक। रात्रि 2 बजे से प्रातः 5 बजे तक। आकस्मिक चिन्ता में। तीव्र गति से आगे नहीं बढ़ पाने की स्थिति या प्रतियोगिता में पिछड़ने की स्थिति या चिन्ता या सोच में।


2. मैग फास सायंकाल 7 बजे के आसपास। अपने आप में सिमट जाने की स्थिति में। छिपाने की प्रवृत्ति में। जाड़ा या ठंड बरदास्त नहीं होने की स्थिति में।


3. नेट्रम फास रात में । अपने अस्तित्व एवं अस्मिता की चिन्ता में। किसी लक्ष्य के त्याग में बाधा उपस्थित होने या अनावश्यक मोह से उत्पन्न भय की स्थिति में।


4. फेरम फास प्रातः 4 बजे से 6 बजे तक। प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक। तनाव में। किसी लक्ष्य की प्राप्ति में बाधा उपस्थित होने की स्थिति में।


5. कैल्केरिया फ्लोर अनावश्यक अभाव ग्रस्तता की प्रवृत्ति की चिन्ता एवं परेशानी में।


6. कैल्केरिया फास मुख्यतः प्रातः काल में। अनिर्णय की स्थिति में। अपने आप को कमजोर महसूस करने में।


7. नेट्रम म्यूर प्रातः 8 से अधिकतम अपराह्न तक में‌‌। मनो-शारीरिक रूप से आराम की स्थिति में‌‌। चोरी-छिपे स्थिति में अपने आप को सुरक्षित महसूस करने की स्थिति में।


8. नेट्रम सल्फ जीवन से निराशा से मृत्यु की कामना या आत्महत्या की ओर बढ़ने की स्थिति या प्रवृत्ति में।


9. काली सल्फ सायंकाल 6 बजे से रात 12 बजे तक‌‌‌। समायोजन की क्षमता की कमी की स्थिति में। गर्मी बरदास्त नहीं होने की स्थिति में।


10. साईलीसिया जीवन, चिन्तन या व्यवहार में ज्वार भाटा की स्थिति पैदा होने पर। रात के 2 बजे के बाद की परेशानी होने पर। ऊपर गरमी परन्तु अन्दर ठंडा पसन्द करने वाले।


11. कैल्केरिया सल्फ रक्त मिश्रित पीब की अवस्था वाले विषाक्त घाव की स्थिति में। तलवे के घाव एवं तीव्र खुजलाहट या मुँह का स्वाद वेमजा मीठा लगने पर।


12. काली म्यूर जिह्वा ठंडा महसूस होते ही लेना जीवन रक्षक है। शोथ दर्पण की तरह चमकने पर अव्यर्थ औषधि है, अन्यथा लीवर, किडनी या हृदय से सम्बन्धित किसी भी विकार के प्रत्यक्ष  लक्षणों के आधार पर पैदा नहीं बनने या किडनी के दर्द में फेरम फास, पेशाब अत्यधिक होने पर कैल्केरिया फास, पेशाब पीला होने पर काली फास; नमक की अधिकता से उत्पन्न शोथ में जब ओठ फटते हों, बाल झरते हों, सहानुभूति से कष्ट होता हो, पेशाब के बाद जलन या कमर दर्द हो तो नेट्रम म्यूर तथा पेशाब के साथ जलन और पित्त की अधिकता से शोथ, जलोत्पन्न वस्तु के भोजन या सेवन से कष्ट की स्थिति में नेट्रम सल्फ निर्दोष एवं सम्पूर्ण आरोग्य प्रदान करने वाले एवं स्थिति में प्राथमिकता प
डॉक्टर की दवा है, परन्तु इसे फेरम फास के बाद लेना विशेष लाभप्रद है।




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