सकल विश्व में व्याप्त प्रभु,
हम सब की लाज बचाओ।
अन्धकार, अज्ञान हरो हर,
शक्ति सद्ज्ञान बढ़ाओ।।
प्रेम बढ़े, दिल दु:खे नहीं,
व्यवहार सरल सिखलाओ।।
सकल सुमंगल छाये जग में,
तन मन स्वस्थ बनाओ।।
सकल विश्व................।।
डॉ० प्रो० अवधेश कुमार शैलज, पचम्बा, बेगूसराय।
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