शुक्रवार, 27 अप्रैल 2018

आदर्श मनोवैज्ञानिक संगठन एवं शोध-संस्थान, पचम्बा, बेगूसराय ( IPORI-PBBI ) के उद्देश्य और कार्य-क्रम :-

आदर्श मनोवैज्ञानिक संगठन एवं शोध-संस्थान, पचम्बा, बेगूसराय ( IPORI-PBBI ) के उद्देश्य और कार्य-क्रम :-
1. मानव एवं मानवेतर प्राणियों के उद्भव, विकास एवं मनो-शारीरिक स्थितियों का अध्ययन करना।
2. किसी प्राकृतिक / स्वाभाविक या कृत्रिम परिस्थिति में प्राणी के अनुभूति, व्यवहार एवं समायोजन प्रक्रिया का अध्ययन करना।
3. मानव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों यथा कला, विज्ञान, वाणिज्य तथा आध्यात्मिक क्षेत्रों में आदर्श एवं समर्थक / विधायक विज्ञान सम्मत और तुलनात्मक अध्ययन करना।
4. मनोविज्ञान का अन्य विज्ञानों के साथ तुलनात्मक अध्ययन करना।
5. संस्था-हित एवं लोक-हित में आदर्श, रचनात्मक और सकारात्मक सोच को विकसित करना तथा उनसे सम्बन्धित कार्यक्रमों का आयोजन करना।

-प्रो० अवधेश कुमार ,
अध्यक्ष सह सचिव,
IPORI-PBBI

गुरुवार, 26 अप्रैल 2018

उद्दीपक की संवेदना, प्रत्यक्षण, भ्रम एवं विभ्रम की सामान्य परिभाषा :-

किसी प्राणी ( Organism ) के अपने या दिये गये वातावरण ( Environment ) में किसी  उद्दीपन ( Stimulus ) की उपस्थिति की अनुभूति उसके वास्तविक स्वरूप के अनुरूप होना उस वस्तु या घटना का ' हू व हू प्रत्यक्षण' है। वस्तु या घटना के प्रत्यक्षण ( Perception ) होने की ठीक पूर्व की अवस्था संवेदना ( Sensation ) है। वस्तु या घटना का 'हू व हू' प्रत्यक्षण नहीं होकर उसके समान्य प्रसम्भावना के अनुरूप प्रत्यक्षण नहीं होकर अन्य रुप में या द्रष्टा के अनुरूप प्रत्यक्षण भ्रम (Illusion) है तथा किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी या घटना की अनुपस्थिति में उनका बोध या प्रत्यक्षण होना विभ्रम (Hallucination) कहलाता है।

शनिवार, 21 अप्रैल 2018

ज्योतिष शास्त्र : परिभाषा

ज्योतिष्शास्त्रमिदं पुण्यं जड़ चेतनादि प्रकाशकम्। कार्य-कारणप्रकृतितत्वंसो$हम् सुबोधकम्।।