वर्ष २०२४ ई० पश्चात् में कार्तिक अमावस्या दिनांक ३१/१०/२०२४ तदनुसार गुरुवार को अपराजिता पंचाग के अनुसार (मकरन्दानुसार) अपराह्न ३/२२ बजे से तथा चिन्ता हरण पंचागानुसार अपराह्न ३/५४ बजे से प्रारम्भ हो रही है तथा दिनांक ०१/११/२०२४ तदनुसार शुक्रवार के सायं को क्रमशः ०५/२३ बजे तक एवं ०६/१८ बजे सायंकाल तक रहेगी ऐसी स्थिति में "निर्णय-सिन्धु" के अनुसार दूसरे दिन सूर्यास्त के पश्चात् / बाद यदि १ घटी अर्थात् २४ मिनट तक अमावस्या रहे तो दीपावली पूर्व के दिन न मनाकर उसी दिन रात्रि में दीपावली मनाया जाना चाहिए, परन्तु यदि सूर्यास्त के बाद अमावस्या तिथि १ घटी से कम तक व्यतीत हो रही हो तो दीपावली पूर्व दिन ही मनाना चाहिए। दिनांक ०१/११/२०२४ को भारतीय स्टैण्डर्ड टाइम के अनुसार सूर्यास्त ५/१४ बजे हो रहा है अतः मकरन्दानुसार बने पंचाग के अनुसार दीपावली ३१/१०/२०२४ को मनाया जायेगा और चिन्ता हरण पंचाग में भी ऐसा ही निर्णय लिया गया है।
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