मंगलवार, 7 जुलाई 2020

पंच-आर्ष सिद्धांत

पंच-आर्ष सिद्धांत:-

मेरी दृष्टि में पाँच आर्ष सिद्धांत अधोलिखित  हैं:-

1. बसुधैव कुटुम्बकम,
2. विश्व कल्याणं,
3. अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं न्याय,
4.अन्तर्राष्ट्रीय मानवता एवं विकास तथा
5.अन्तर्राष्ट्रीय नैतिक विकास

जिसे मैंने नवम्बर 1984 में विश्व के राष्ट्राध्यक्षों एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के पास भेजने हेतु श्री लंका स्थित एमनेस्टी इंटरनेशनल के सचिव के पास भेजा था, फलस्वरूप एमनेस्टी इंटरनेशनल के भारतीय शाखा के कार्य कारिणी सदस्य रवि नायर ने अपने पत्रांक 312/6, दिनांक 08 मार्च 1985 के द्वारा मुझे एमनेस्टी इंटरनेशनल की सदस्यता के लिए आमंत्रित भी किया था। एमनेस्टी इंटरनेशनल, विश्व के देशों एवं संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इन सिद्धांतों को व्यवहारिक रूप देना चाहिए, जिससे विश्व के हर देशों और उसके जनता का सम्यक् एवं सर्वांगीण विकास संभव हो सके। अतः संसार के राष्ट्रों एवं जन-जन से आग्रह है कि इन सिद्धांतों को अपने और लोक हित में स्वीकार् करें ।

डॉ० प्रो० अवधेश कुमार शैलज, पचम्बा, बेगूसराय।

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