शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

कान ( Ear)

👂 Ears:- 
Ferrum Phos :- रक्त हीन लोगों में कान का खुलना। कर्ण नली में प्रादाहिक शूल या दर्द। कान के भीतर गहरी लाली, खिंचाव, गर्मी, दपदपाहट, जलाने, कोचने, काटने और/या फैलने वाला तीव्र दर्द। कान के नुकीले अंश में सूजन एवं दर्द।ठंड से कर्ण प्रदाह। कान के प्रदाह से रक्त की प्रवणता और/या बहरापन। कान से पीब एवं श्लेष्मा का श्राव।

Mag Phos :- कर्ण नली में तीव्र स्नायविक शूल, भीतरी शिराओं की गड़बड़ी से बहरापन, स्नायुओं की गड़बड़ी से श्रवण शक्ति बहुत मन्द।

Silicia :- बाहरी कान में छिद्र। बाहरी कान के प्रदाह पीब एवं बहरापन। कान का खुलना तीव्र आवाज से। स्नान के बाद कान में प्रदाह। 

Kali Mure :- कान की झिल्ली और/या परदा सिकुड़ा हुआ। कान की झिल्ली में तरी और/या दाने। कान की दीवार सूखी और क्षीण। कान के गढ़े में घाव। कान के बगल की ग्रन्थियों में वृद्धि और/या सूजन। कान में फड़कने या चटखने की आवाज।कान में तेज दर्द के साथ जीभ सफेद। कान में भरापन की अनुभूति। किसी वस्तु को निगलने या छींकने पर कान में कड़कड़ाहट की आवाज होना। कान के आस पास सूजन।मध्य कर्ण की पुरानी सर्दी की अवस्था एवं प्रदाह। मध्य कर्ण के श्राव के कारण गला और नाक बन्द। कान की नली बन्द।कान की ग्रन्थियाँ फूली हुई। कान के ढ़ोल से तर पपड़ियाँ छूटना। कान के भीतर दाने।

Natrum Phos :- एक कान लाल एवं गर्म। कान में खुजली। कान पतली परतों से ढ़का हुआ।बाहरी कान में दर्द।कानों में दर्द मुख्यतः शीर्णता के कारण।

Calcaria Flour :- कान के परदे या गह्वर में चूना जम जाना।कान के नुकीले अस्थि आवरण या अंश में दर्द होना। कान की झिल्ली में कड़ी वृद्धि।

Kali Phos :- सुनने में भ्रम। कान गन्दा। कान का श्राव चमकीला पीला और बदबूदार। कान के तन्तुओं का सूख जाना। कान में और मुख्यतः नली में छिछला घाव। कान के पर्दे की झिल्ली में घाव। कान में गुंजन एवं सोने पर आवाज। श्रवण शक्ति के अभाव में बहरापन। कान के रोग में शीर्णता।श्रवण शक्ति बहुत अधिक।

Kali Sulph :- कान के अन्दर अनेक जड़ों वाला फोड़ा जिससे कान बन्द। कान के बाहर अनेक जड़ों वाला फोड़ा। कान में काटने जैसा दर्द नीचे की तरफ। कान के भीतरी भाग में सूजन से बहरापन। बाहरी कान की सूजन से पीब। कान के नीचे काटने या खींचने जैसा दर्द। मांस वृद्धि से कान की नली बन्द। कान में पीले श्राव के साथ दर्द।

कैल्केरिया फास :- कर्ण पीड़ा वात रोग के साथ। कर्ण रोग गण्डमाला वाले बच्चों में। कान के चारों ओर की हड्डी में दर्द। कान के बाहरी भाग में ठंडक की अनुभूति। कान का बहरापन। कर्ण श्राव। 




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