गुरुवार, 22 सितंबर 2022

सरस्वती वंदना :-

  सरस्वती स्तोत्र

ऊँ सरस्वती महाभद्रा महामाया वरप्रदा।
पद्याक्षी पद्यनिलया पद्ममासना श्रीप्रदा।।
माला पुस्तक वीणापाणि शारदा श्रीदा शुभा।
विमला विश्वा वाग्देवी वैखरी वाणी वरप्रदा।।
परापरा मध्यमा पश्यन्ति मन्त्र शक्ति ज्ञानदा।
शिवानुजा कामरूपा रमा गायत्री प्रज्ञाप्रदा।।
महाभागा महाभोगा महाशक्ति महाभुजा।
महोत्साहा महाविद्या महादेवी महाप्रभा।।
सर्वज्ञानप्रदा नित्या ऐंकारी स्वरात्मिका।
सर्वज्ञा त्रिकालज्ञा त्र्यंम्बिके त्रिगुणात्मिका।।
भारती भव्या दिव्या अंबिका स्वरदायिका।
सर्वदेव स्तुता सौम्या सर्व सौभाग्य वरप्रदा।।
वीणावादिनी श्वेतवसना पद्ममासना हंसवाहना।
श्वेतवसना नाद स्रष्टा कला कल्याण सुखप्रदा।।
गीत वाद्य संगीत जननी गति राग ताल लय तारिका।
प्रकृति पुरुष मन मोद कारिणी चैतन्य ऊर्जा दायिका।।
प्रज्ञा ज्योति प्रदा अहर्निश नियति कर्म प्रदर्शिका।
वेद शास्त्र पुराण ज्योतिष सर्व शास्त्र प्रकाशिका।।
ब्राह्मी वैष्णवी शाक्त शक्ति अर्द्धनारीश्वरी शुभा।
जगदीश्वरी मातृशक्ति सानन्द भोग सौभाग्यदा।।
करुणामृत जीवन दात्री, संजीवनी विद्या प्रदा।
अखिलेश्वरी जगन्माता माया जगन्मोहिनी।
जगतगुरु जगतारिणी ताप त्रय विनाशिनी।।
ऊँ गल ग्रह नाशिनी, गहन तथ्य प्रकाशिनी।।
गन्धर्व वेद घनाक्षरी प्रिया, गांधार स्वरानुमोदिनी।।
अज जाया, जुगुप्सा अज्ञान विनाशिनी।
सर्वं त्वेष त्वदीयं माँ, नमस्तुभ्यं भारती।।




Read my thoughts on YourQuote app at https://www.yourquote.in/awadhesh-kumar-ml9t/quotes/srsvtii-stotr-uun-srsvtii-mhaabhdraa-mhaamaayaa-vrprdaa-mntr-cjqncq


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें